आम आदमी पार्टी के विधायक व दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री सोमनाथ भारती मंगलवार को दिन में शहर पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र के बक्शी मोढ़ा में सरकारी विद्यालय और अस्पताल देखने निकले। करामत की चौकी के आगे बड़ी संख्या में तैनात पुलिस ने उनके काफिले को रोक लिया। इसे लेकर आप कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई। पुलिस पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए पूर्व मंत्री वहीं सड़क पर कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गए। बाद में अधिकारियों ने उनको समझा-बुझाकर वापस भेजा।
सोमनाथ भारती मंगलवार को दिन में पार्टी जिलाध्यक्ष अल्ताफ अहमद समेत 10 कार्यकर्ताओं के साथ बक्शी मोढ़ा के लिए रवाना हुए। वहां उन्हें सरकारी विद्यालय और अस्पताल में व्यवस्था को देखना था। पूर्व मंत्री का काफिला करामत की चौकी के आगे अंधीपुर गांव की पुलिया के पास पहुंचा था कि पुलिसकर्मियों ने उनका रास्ता रोक लिया। कहा गया कि वहां जाने की अनुमति नहीं है। नोकझोंक के बाद पूर्व मंत्री वहीं सड़क पर कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गए। उनका कहना था कि सरकार द्वारा बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, सुरक्षा को लेकर कोई सार्थक कदम नहीं उठाया गया है। जबकि दिल्ली सरकार ने यह सब काम किए हैं।दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री सोमनाथ भारती द्वारा इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) में छात्रसंघ बहाली का समर्थन करने के बाद छात्र राजनीति फिर गरम हो गई। मंगलवार को अनशन को समर्थन देने पहुंचे सोमनाथ भारती ने कहा कि छात्रसंघ संवैधानिक और जनतांत्रिक अधिकार है। ऐसे में विश्वविद्यालय को इसे तत्काल बहाल कर देना चाहिए। छात्र युवा संघर्ष समिति के प्रदेश सचिव विराट तिवारी ने भी अनशन को समर्थन दिया। पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष अदील हमजा के खिलाफ कूटरचित वीडियो जारी करने वाले रणविजय सिंह राजन के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। इस दौरान राहुल पटेल, मो. मुबाशिर हारुन, नवनीत यादव, मो. जाबिर रजा इलाहाबादी, शाश्वत श्रीवास्तव, अंकित परिहार, अलताफ अहमद, अॢपत त्रिपाठी, आनंद सांसद, मसूद अंसारी, प्रकाश सिंह, शिव शंकर सरोज, मो. अनस, रितेश गुप्ता, विजय सिंह, मो. सलमान आदि लोग उपस्थित रहे।
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