शिक्षा ही सभ्य जीवन का आधार है। शिक्षा मात्र किताबें पढ़ने, सीखने का नाम नहीं है बल्कि इससे कहीं ज्यादा, बहुत ज्यादा है। हम जीवन भर विद्यार्थी ही रहते हैं। शिक्षक खुद जीवन भर सीखता है। एक विद्यार्थी के लिए शिक्षक एक आदर्श होता है। वर्तमान में शिक्षक एवं शिक्षार्थी के बीच का ताना-बाना कुछ बिगड़ गया है। ऐसे में शिक्षार्थियों से ज्यादा शिक्षकों से उम्मीद की जाती है कि वे अपने आदर्श स्थापित करें। शिक्षक को उस दीपक की भांति होना चाहिए जो खुद जलकर संसार को रोशनी प्रदान करता है। विद्यार्थी जीवन में अनेक समस्याएं हैं। शिक्षकों को उनके प्रति सहानुभूति का भाव रखना होगा। किस-किस परिवेश से निकलकर विद्यार्थी हमारे पास आता है,उसकी मानसिक स्थिति क्या है, उसके जीवन में क्या समस्याएं चल रही हैं, हमें नहीं पता। हमें उसके मानसिक स्तर के अनुरूप उसे प्रेरणा देकर उसका मार्ग प्रशस्त करना होगा। शिक्षक तो उस सड़क की तरह है जो खुद तो कहीं नहीं जाती लेकिन दूसरों को उनकी मंजिल तक पहुॅंचाने में मदद अवश्य करती है। सौभाग्य से मुझे अपने विद्यार्थियों से बहुत प्रेम और सम्मान मिला है। मैं आभारी रहूंगा सदैव। इसी प्रेम और सम्मान का भाव मैं भी अपने शिक्षकों के प्रति रखता हूॅं। और फ़ेसबुक के माध्यम से समस्त शिक्षकों को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूॅं।
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Tuesday, September 5, 2023
#Happy Teachers Day
गुरूदेव के श्री चरणों में, श्रद्धा सुमन संग वंदन,
जिनके कृपा नीर से, जीवन हुआ चंदन,
धरती कहती, अंबर कहते, कहती यही तराना,
गुरू आप ही वो पावन नूर हैं, जिनसे रौशन हुआ जमाना,
#श्रीसैफउल्लाहखान #HappyTeachersDay
Thursday, August 24, 2023
5 साल की उम्र में किया कुरआन पाक मुकम्मल।
- अमरोहा - हन्ज़ला ज़हीर पुत्र श्री ज़हीर अहमद उर्फ़ राजा निवासी मौहल्ला हक्कानी अमरोहा ने 5 साल की उम्र में कुरआन पाक मुकम्मल किया। इन्होंने मुफ़्ती जुनैद इमाम मस्जिद उसमाने गनी मौहल्ला हक्कानी अमरोहा से कुरानी तालीम हासिल की। दिनी तालीम के साथ साथ हन्ज़ला दुन्यावी तालीम में भी माहिर है और फॉस्टर पब्लिक स्कूल में क्लास यूकेजी में तालीम हासिल कर रहे है। इस मौके पर मुफ़्ती जुनैद ने कहा कि कुराने मजीद अल्लाह ताला की वो आखरी और मुसतनद किताब है जिसे दीन के मामले में इन्सानियत की हिदायत के लिए मौहम्मद साहब पर पर नाज़िल किया गया है।
- इस किताबे हिदायत से इस्तेफ़ादा इंसान तब ही कर सकता है जब वो इसे पढ़े और इस की तिलावत और इसका मुतालआ करे। इस मौक़े पर इन को मुबारकबाद देने का सिलसिला जारी है। लोगो ने उन के रौशन मुस्तकबिल की दुआए दी। याद रहे कि हन्ज़ला ज़हीर अमरोहा के नौजवान शायर मेहरबान अमरोहवी के भतीजे है।
Wednesday, March 29, 2023
रमजान में भी कुछ लोगों के गुनाह माफ नहीं होते
फुरकान शाह: रमजान अरबी भाषा का शब्द है। रमजान का शाब्दिक अर्थ है 'जला देना'। यह रोजा रखने वाले के गुनाहों को जला देता है। रमजान के पहले दिन दस दिन रहमत, अगले दस दिन मग़फिरत और बाकी दस दिन जहन्नम से आजादी के हैं। दुनिया में तीन तरह के लोग हैं- पहले वे लोग हैं जो गुनहगार नहीं हैं उनके लिए तो शुरु से ही रहमत और इनाम की बारिश हो जाती है। दूसरे वे लोग हैं जो मामूली गुनहगार हैं, उनके लिए रोजा रखने की बरकत से गुनाहों की माफी हो जाती है। तीसरे वे लोग हैं जो ज्यादा गुनहगार हैं, उनके लिए पूरे महीने के रोजे रखने और इबादत करने के बाद आग से निजात (जहन्नम से आजादी) है। रमजान के पवित्र महीने में भी चार प्रकार के लोगों के गुनाह माफ नहीं होते। ऐसे लोगों की रोज़े रखने पर भी मग़फिरत नहीं होती। वे चार प्रकार के लोग हैं- (1) शराब पीने वाले (2) मां-बाप का दिल दुखाने वाले (3) सगे- संबंधियों से झगड़ा रखने वाले (4) अपनों से नफरत करने वाले और उन को नुकसान पहुंचाने की ताक में रहने वाले।
रोजा सिर्फ़ भूखे- प्यासे रहने का नाम नहीं है बल्कि शरीयत के अनुसार अपने दिन- रात गुजारने का नाम भी है। रोजे की भूख और प्यास हमें गरीब और लाचारों की भूख- प्यास का एहसास कराती है। रोजा हमें सब्र और संयम सिखाता है। रोजा रखने के अनेक लाभ आज विज्ञान से भी प्रमाणित हो चुके हैं। यह शरीर के साथ-साथ आत्मा को भी पवित्र बनाता है।यह हमें अनेक बीमारियों से बचाता है। कैंसर जैसी ख़तरनाक बीमारियां रोजा रखने से समाप्त हो जाती हैं। रमजान में लोग दिल खोलकर खर्च करते हैं। गरीबों को जकात और खैरात दी जाती है। हमें चाहिए कि हम सहरी और इफ्तार के समय भी अपने पड़ोसियों और गरीब रिश्तेदारों का ख़ास ख़्याल रखें। एक मुसलमान पर फर्ज है कि दुनिया की तालीम के साथ-साथ दीन की तालीम भी हासिल करे। रमजान के महीने में सहरी और इफ्तार के समय की जाने वाली दुआएं ख़ास तौर पर कबूल होती हैं। सभी रोजेदारों से ख़ास अपील है कि अपने साथ-साथ पूरी मानवता के लिए दुआ करें।
हौजरानी प्रेस एन्क्लेव में बन सकता है फ्लाईओवर: 50 हजार से ज्यादा लोगों को जाम से मिलेगा छुटकारा
दिल्ली वालों को बड़ी राहत मिलने वाली है। साकेत मैक्स अस्पताल के बाहर पंडित त्रिलोक चंद शर्मा मार्ग पर लगने वाले जाम से जल्द मुक्ति मिलेगी। प...
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समाज में उत्कृष्ट समाजसेवियों और पत्रकारों को सम्मान : 1971 के भारत पाक युद्ध के शहीद आशिक़ अली सैफी की पत्नी व परिवार सम्मानित नई दिल्ली ...
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निर्भया रेप केस में आखिरकार दोषियों को फांसी पर लटका ही दिया गया। इस पूरे केस में सुप्रीम कोर्ट की वकील सीमा कुशवाहा की जमकर तारीफ हो रही ह...