Sunday, June 30, 2019

घर में ही खोदते हैं अपनों की कब्र

mtmediadelhi.blogspot.com : सरकारी फाइलों में इंसान की मौत के बाद दो गज जमीन के लिए जगहें तो मुकर्रर हैं, लेकिन हकीकत इससे कहीं अलग है. जब खाना खा रहा बच्चा अपनी मां की कब्र आंगन में देखता है तो हलक से खाना नहीं उतरता. जब भाई अपने भाई की कब्र देखता है तो दिल चीख पड़ता है. आज भी आगरा के छह पोखर गांव में मुस्लिम समुदाय को महज दो गज जमीन के लिए तरसना पड़ रहा है.
आगरा: घर से निकलते ही ठीक दहलीज पर अगर आपको किसी अपने की कब्र दिख जाया करे, तो आपको कैसा महसूस होगा. हर पल, हर बार आप उसे यादकर टूटते जाएंगे. घर के बाहर किसी अपने की कब्र, घर के आंगन में किसी अपने की कब्र, अगर हर रोज ऐसा नजारा देखने को मिले तो शायद ही कोई उस घर में रह पाएगा. दरअसल आगरा का एक ऐसा गांव कुछ ऐसी ही हकीकत बयां कर रहा है.
आगरा का छह पोखर गांव एक ऐसी जगह है जहां के मुस्लिम समुदाय के घरों के सामने और आंगन में उनके अपनों की कब्र है. अगर यहां के लोगों के घर में किसी का इंतकाल होता है, तो उसके शव को किसी कब्रिस्तान में ले जाने के बजाय अपने घर के आंगन में या फिर घर के सामने ही मैदान में दफना दिया जाता है.दरअसल ऐसा करना इनकी मजबूरी है. यहां के लोगों का कहना है कि उन्हें शवों को दफनाने के लिए प्रशासन की तरफ से कब्रिस्तान की जमीन नहीं मुहैया कराई गई है. इसी वजह से उन्हें अपनों के शवों को इस तरह से दफन करना पड़ता है. ये लोग ईद, रमजान की नमाज की दुआओं में अपनों के लिए कब्रिस्तान की जमीन मांगते हैं. वहीं इस मामले पर लेखा एवं वित्त विभाग के अधिकारी कहते हैं कि उन्हें कब्रिस्तान की जमीन दी जा चुकी है. @etvbharat

नए फ्लाइओवर और अंडरपास से कम होगा हौजरानी का जाम

mtmediadelhi.blogspot.com : नई दिल्ली : अरबिंदो मार्ग और प्रेस एनक्लेव रोड टी-जंक्शन और लाल बहादुर शास्त्री रोड टी-जंक्शन पर जल्दी ही रुकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पीडब्लूडी ने इन दोनों जंक्शनों को सिग्नल फ्री बनाने का प्लान तैयार किया है। इन दोनों जंक्शनों के बीच प्रेस एनक्लेव रोड पर करीब 700 मीटर लंबा एलिवेटिड फ्लाइओवर भी बनाया जाएगा। इससे साकेत कोर्ट, हौजरानी , मॉल और मालवीय नगर मेट्रो स्टेशन के पास भीड़ कम हो सकेगी। रिंग रोड की ओर से लाल बहादुर शास्त्री मार्ग के रास्ते प्रेस एनक्लेव रोड पर जाने के लिए एलिवेटेड लीफ फ्लाइओवर बनाया जाएगा। 
प्रेस एनक्लेव रोड से अरबिंदो मार्ग पर राइट टर्न लेने के लिए भी अंडरपास बनाने का प्लान है। अफसरों का कहना है कि अंडरपास और एलिवेटेड फ्लाइओवर बनने के बाद ये दोनों जंक्शन पूरी तरह से सिग्नल फ्री हो जाएंगे।
2.5 कमी लंबा फ्लाइओवर : पीडब्ल्यूडी के अनुसार, प्रेस एनक्लेव रोड एक तरफ अरबिंदो मार्ग और दूसरी तरफ लाल बहादुर शास्त्री मार्ग को कनेक्ट करती है। इस रोड की लंबाई करीब 3.7 किमी है। इतनी दूरी में एक तरफ साकेत डिस्ट्रिक्ट कोर्ट है। दूसरी तरफ साकेत मेट्रो स्टेशन, मालवीय नगर मेट्रो स्टेशन और साकेत मॉल और मैक्स हॉस्पिटल हैं। यहां रोजाना हजारों लोग आते हैं। अकेले डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में ही 7 से 8 हजार लोग रोजाना आते हैं। इससे रोड पर अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। साकेत मेट्रो स्टेशन पर यात्रियों का रोजाना फुटफॉल करीब 50,000 है। मालवीय नगर स्टेशन पर रोजाना फुटफॉल 70 हजार है।
इन सभी जगहों के अलावा मॉल में करीब 80 हजार लोग रोजाना आते हैं। इसलिए प्रेस एनक्लेव रोड पर जाम की स्थिति रहती है। इस रोड पर जाम से अरबिंदो रोड और लाल बहादुर शास्त्री मार्ग पर भी जाम लग जाता है। समस्या से निजात दिलाने के लिए अरविंदो मार्ग और लाल बहादुर शास्त्री रोड के बीच में करीब 2.5 किमी लंबा एलिवेटिड फ्लाइओवर बनाया जाएगा। यह फ्लाइओवर 4 लेन का होगा।
आसान बनेगा आना-जाना : प्रेस एनक्लेव रोड से भीड़ कम करने के साथ जहां यह रोड जहां अरबिंदो मार्ग और लाल बहादुर शास्त्री मार्ग को कनेक्ट करती हैं, उस टी-जंक्शन को सिग्नल फ्री बनाया जाएगा। इसके लिए प्रेस एनक्लेव रोड पर अरबिंदो मार्ग पर राइट टर्न लेने के लिए 700 मीटर लंबा अंडरपास बनाया जाएगा। इसी तरह से चिराग दिल्ली की ओर से लाल बहादुर शास्त्री मार्ग के रास्ते प्रेस एनक्लेव रोड पर राइट टर्न लेने के लिए एलिवेटिड लीफ फ्लाइओवर बनाने का प्लान है। यह फ्लाइओवर केवल इसलिए बनाया जाएगा, ताकि राइट टर्न लेने वालों को रेड लाइट पर इंतजार करने की जरूरत न पड़े। अरविंदो मार्ग और लाल बहादुर शास्त्री मार्ग जंक्शन पर सीधा जाने के लिए 6 लेन के अंडरपास भी बनाए जाएंगे।

भारतीय संस्कृति को बचाने के लिये युवाओं को करना होगा जागरूक

mtmediadelhi.blogspot.com : भारतीय संस्कृति को बचाने के लिये हमें सख्त कानून बनाने की अति आवश्यक है मगर जिस तरह से उत्तर प्रदेश में एन्टी रोमियो स्क्वाड के काम करने के रिजल्ट सामने आय हैं वो दुर्भाग्य पूर्ण है, हमें राजधानी दिल्ली को उत्तर प्रदेश नहीं बनाना, इस तरह के दल से फायदा कम नुकसान ज़्यादा होता है,  कोई भी लड़का अपनी सिस्टर या वाइफ के साथ जाय ये लोग भारतीय संस्कृति को बचाने के नाम पर उनपर फालतू में मारपीट या कहें उनपर अपना गुस्सा उतार देते हैं, जिसकी आज के समाज मे कोई जगह नही, आज लोग समझदार हो गए हैं उन्हें अपने अच्छे बुरे की जानकारी है ऐसे दलों से कभी कोई फायदा होने वाला नहीं है,  भारतीय संस्कृति को बनाय रखने के लिये हमें स्कूल व कॉलेज में बड़े पैमाने पर स्टूडेंट्स को जागरूक करना होगा,

हबीब सैफ़ी की पुस्तक "शौकत प्रदेसी फिक्रो फन के आईने में" का हुआ विमोचन

mtmediadelhi.blogspot.com : नई दिल्ली: प्रसिद्ध लेखक व कवि हबीब सैफ़ी की टिप्पणी पुस्तक "शौकत प्रदेसी फिक्रो फन के आईने में" का विवोचन कार्यक्रम तसमिया आडोटोरियम जामिया नगर ओखला में तामीर ए मिल्लत फाउंडेशन के तत्वावधान में हुआ, मुख्य अतिथि गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉक्टर उबैदुर गफ्फार व बाबा गुलाम शाह यूनिवर्सिटी राजोरी जम्मू कश्मीर के प्रोफेसर डॉक्टर शम्स कमाल अंजुम ने हबीब सैफ़ी को उनकी पुस्तक पर मुबारकबाद दी, इस अवसर पर कवि सम्मेलन का भी आयोजन करा गया जिस में डॉक्टर सय्यद फारुख, हामिद अली अख्तर, वीरेंद्र कमर, नज़ाक़त अमरोही, बिस्मिल आरफी, आरिफ हुसैन अफसर, नागेश चंद्रा, खालिक अखलाक, सिराज तालिब सहित अन्य ने अपनी कविताओं व ग़ज़ल से सबका मन मोह लिया अंत मे तामीर ए मिल्लत फाउंडेशन ने सभी का आभार व्यक्त करा!


पंडित मदन मोहन मालवीय हॉस्पिटल में दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य से जुडे सभी दावे फेल


mtmediadelhi.blogspot.com :आम आदमी पार्टी के स्वास्थ्य से जुडे सभी दावे फेल होते नजर आ रहे हैं दिल्ली सरकार के ही सरकारी के ही अस्पताल मेंए साउथ दिल्ली के मालवीय नगर के पंडित मदन मोहन मालवीय हॉस्पिटल में गर्भवती महिलाओं को नहीं मिल पा रही है कोई भाी सुविधाए जहां घंटो लाईन में खडे हो कर अपने नम्बर का इंतजार करती हैं महिलाएंए
ओपीडी कार्ड बनवाने के बाद जहाँ डॉक्टर को दिखाना होता है वहां बैठने के लिये प्रयाप्त बेंच तक नहीं हैए कुछ की हालत बहुत ही खराब होती है मगर मरीज को खड़ा ही रहना होता है ऊपर से गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली दवाइयों का काउंटर भी अलग नही है ऐसे में महिलाओं को दवाई की एक ही लाइन में लगना होता है उन्हें कई बार ज़मीन पर बैठ कर अपनी बारी का इंतज़ार करना पड़ता है अल्ट्रासाउंड करने की डेट महीनों बाद की दी जाती है गर्भवती महिलाओं के कुछ टेस्ट ऐसे हैं जो हॉस्पिटल में होते ही नहीं उसके मोहल्ला किलिनीक जाने को बोल दिया जाता हैए देखा जाय तो गर्भवती महिलाओं के लिये पंडित मदन मोहन मालवीय हॉस्पिटल में कोई विशेष ध्यान नही दिया जाता दिल्ली के स्वस्थ मंत्री व हॉस्पिटल से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी गर्भवती महिलाओं की समस्या को देखते हुय विशेष सुविधाओं का बंदोबस्त करें!

हौजरानी प्रेस एन्क्लेव में बन सकता है फ्लाईओवर: 50 हजार से ज्यादा लोगों को जाम से मिलेगा छुटकारा

दिल्ली वालों को बड़ी राहत मिलने वाली है। साकेत मैक्स अस्पताल के बाहर पंडित त्रिलोक चंद शर्मा मार्ग पर लगने वाले जाम से जल्द मुक्ति मिलेगी। प...