Wednesday, January 29, 2020

जीवन मे सुख दुःख का एहसास

जंगल में एक गर्भवती हिरनी बच्चे को जन्म देने को थी। वो एकांत जगह की तलाश में घुम रही थी, कि उसे नदी किनारे ऊँची और घनी घास दिखी। उसे वो उपयुक्त स्थान लगा शिशु को जन्म देने के लिये। वहां पहुँचते  ही उसे प्रसव पीडा शुरू हो गयी। उसी समय आसमान में घनघोर बादल वर्षा को आतुर हो उठे और बिजली कडकने लगी। उसने दाये देखा, तो एक शिकारी तीर का निशाना, उस की तरफ साध रहा था। घबराकर वह दाहिने मुडी, तो वहां एक भूखा शेर, झपटने को तैयार बैठा था। सामने सूखी घास आग पकड चुकी थी और पीछे मुडी, तो नदी में जल बहुत था।

मादा हिरनी क्या करती ? वह प्रसव पीडा से व्याकुल थी। अब क्या होगा ? क्या हिरनी जीवित बचेगी ? क्या वो अपने शावक को जन्म दे पायेगी ? क्या शावक जीवित रहेगा ? क्या जंगल की आग सब कुछ जला देगी ? क्या मादा हिरनी शिकारी के तीर से बच पायेगी ?क्या मादा हिरनी भूखे शेर का भोजन बनेगी ? वो एक तरफ आग से घिरी है और पीछे नदी है। क्या करेगी वो ?
हिरनी अपने आप को शून्य में छोड, अपने बच्चे को जन्म देने में लग गयी। कुदरत का कारिष्मा देखिये। बिजली चमकी और तीर छोडते हुए, शिकारी की आँखे चौंधिया गयी। उसका तीर हिरनी के पास से गुजरते, शेर की आँख में जा लगा,शेर दहाडता हुआ इधर उधर भागने लगा।और शिकारी, शेर को घायल ज़ानकर भाग गया। घनघोर बारिश शुरू हो गयी और जंगल की आग बुझ गयी। हिरनी ने शावक को जन्म दिया।

*हमारे जीवन में भी कभी कभी कुछ क्षण ऐसे आते है, जब हम चारो तरफ से समस्याओं से घिरे होते हैं और कोई निर्णय नहीं ले पाते। तब सब कुछ नियति के हाथों सौंपकर अपने उत्तरदायित्व व प्राथमिकता पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए।अन्तत: यश, अपयश ,हार ,जीत, जीवन,मृत्यु का अन्तिम निर्णय ईश्वर करता है।हमें उस पर विश्वास कर उसके निर्णय का सम्मान करना चाहिए।*

कुछ लोग हमारी *सराहना* करेंगे,
कुछ लोग हमारी *आलोचना* करेंगे।

दोनों ही मामलों में हम *फायदे* में हैं,

एक हमें *प्रेरित* करेगा और
दूसरा हमारे भीतर *सुधार* लाएगा।।

       *अच्छा सोचें*

Sunday, January 26, 2020

हौजरानी गांधी पार्क: NRC ओर CAA का विरोध

साउथ दिल्ली के मालवीय नगर के हौजरानी जहाँपनाह कॉलोनी के गांधी पार्क जो अब लगभग शाहीन बाग बनने की राह पर अग्रसर है, प्रोटेस में बड़ी संख्या में महिलाएं, बूढ़े व जवान सभी शामिल हो रहे हैं, JNU व जामिया के स्टूडेंट्स हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई, आम जनता के सामने अपनी बात रख रहे हैं,
समाज सेवक वली सैफी कहते हैं कि जब तक आप यह नहीं जानेंगे कि संविधान ने आपको क्या ताकत दी है ? आप अपनी लड़ाई नहीं लड़ सकते, इसलिए संविधान को पढ़ो उस पर अमल करो, और संवैधानिक तरीके से अपनी लड़ाई लड़ो। हिंसा की कोई जगह नहीं है,
असगर अली कहते हैं कि आने वाले कल की परेशानी से बचने के लिये हमें अभी से NRC ओर CAA का विरोध करना होगा, ये संविधान के अलग है जो सपना जैसा भारत महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, नेता जी सुभाष चन्द्र बोस, अशफाक उल्लाह, रामापीरसादबिस्मिल ठाकुर रोशन सिंघ अबु कलाम ने चाहा था अब वैसा भारत नहीं रहा, इसके लिये हमें अब संविधान को बचाने के लिये लड़ाई लड़नी होगी, ये विरोध प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा तब तक इस काले कानून में संशोधन नही क्या जाए !
आपको बतादे ये धरना प्रदर्शन बीते 5 दिनों से चल रहा है, इसमें महिलाएं, बुजुर्ग, बच्चे सभी अपना योगदान दे रहे हैं, राजनीतिक दलों से जुड़े लोग इसे राजनीति रंग देने की कोशिश कर रहे हैं मगर युवाओं के हौसले के आगे इनकी एक न चली, घटना स्थल पर दिल्ली पुलिस व सेना से जुडे लौग तैनाात है मैत्रीपूर्ण वातावरण स्थापना कर रहे है।

Thursday, January 23, 2020

दिल्‍ली विधानसभा चुनाव 2020: मालवीय नगर

मालवीय नगर सीट दिल्‍ली की 70 विधानसभा सीटों में महत्‍वपूर्ण स्‍थान रखती है। दक्षिण दिल्‍ली का यह पॉश इलाका नई दिल्‍ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्‍सा भी है। 1977 में इस विधानसभा सीट पर पहली बार चुनाव कराए गए। तब के चुनाव में यहां से जनता पार्टी के हंसराज ने कांग्रेस के प्रेम सिंह चौहान को हराकर विधायक बने थे। वर्तमान में यहां से आम आदमी पार्टी के नेता सोमनाथ भारती विधायक हैं। वह यहां से लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए हैं। इस सीट पर सबसे ज्‍यादा 3 बार लगातार कांग्रेस ने चुनाव में दर्ज की है। यह इलाका साकेत और हौजखास समेत आईआईटी दिल्‍ली के नजदीक बसा हुआ है। इस क्षेत्र का नाम स्‍वतंत्रता आंदोलन के अगुवा और शिक्षाविद बनारस हिंदू विश्‍वविद्यालय का निर्माण करने वाले महामना मदन मोहन मालवीय के नाम पर रखा है। 1950 के दौरान पाकिस्‍तान से पलायन कर पहुंचे हिंदू और सिखों को इस इलाके में बसाया गया था। इस इलाके में दिल्‍ली पुलिस का प्रशिक्षण स्‍कूल भी है।

Wednesday, January 22, 2020

ग्रेटर कैलाश : नाम बड़े और दर्शन छोटे, नाले के किनारे गंदगी भरे मैदान में बीतता है दिन

नई दिल्ली. ग्रेटर कैलाश (Greater Kailash) विधानसभा के वोटरों के लिए यह चौथा इलेक्शन है. इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि ग्रेटर कैलाश नई नवेली विधानसभा है. यहां के वोटरों ने दिल्ली विधानसभा चुनावों (Delhi Assembly Election) में अभी तक बीजेपी (BJP) के विजय कुमार मल्होत्रा को पहले और आम आदमी पार्टी (AAP) के सौरभ भारद्वाज को दूसरे और तीसरे विधायक के रूप में देखा है. कांग्रेस (Congress) अभी यहां खाता भी नहीं खोल पाई है.

दक्षिण दिल्‍ली का यह रिहाइशी इलाका 2008 में विधानसभा सीट घोषित किया गया था. मीडिया रिपोर्टस पर ही भरोसा करें तो 2009 में एक सर्वे के मुताबिक यह इलाका रहने के लिहाज से सबसे सुर‍क्षित बताया गया था. सरकार ने 1960 में इस इलाको को विकसित करने के लिए एक प्राइवेट कंपनी को जिम्‍मेदारी सौंपी थी. दिल्‍ली के पॉश इलाकों में शुमार ग्रेटर कैलाश में बड़े शॉपिंग मॉल्‍स, बिजनेस सेंटर, विभिन्‍न कंपनियों के शोरूम और प्रसिद्ध शैक्षिक संस्‍थान भी हैं. शेख सराय और चिराग दिल्ली इलाके को सदबुला का नाला बांटने का काम करता है. एक इलाके से दूसरे इलाके में जाने के लिए नाले के ऊपर बने एक छोटे से पुल का इस्तेमाल करना पड़ता है. पुल से निकल गए तो गंदगी से भरे और जानवरों के बीच से होते हुए एक मैदान को पार करना होता है. यह कहना है वहीं नाले के किनारे सर्दी में धूप सेंक रही लक्ष्मी का.


न्यूज18 हिन्दी से बात करते हुए उन्होंने बताया कि घरों के अंदर तक धूप नहीं पहुंचती है. आसपास कोई साफ-सुथरा मैदान भी नहीं है. इसलिए धूप सेंकने के लिए नाले के किनारे गंदगी के बीच यहां बैठना मजबूरी है. विधायक ने बेंच लगवा दी है. मैदान में बैठो तो चारों ओर गंदगी है, सुअर और गाय घूमती रहती हैं. बच्चे भी खेलें तो कहां खेलें. गर्मियों में तो हाल और भी ज्यादा बुरा हो जाता है. अभी तो यहां बैठे भी हैं, लेकिन गर्मी में बदबू के चलते तो यहां खड़ा होना भी मुश्किल हो जाता है.

सर्विस रोड हो या गली हर जगह आपको यहां-वहां कार पार्किंग दिखाई दे जाएगी. फिर चाहें पैदल चलने और दोपहिया वाहन को निकलने के लिए रास्ता बचे या नहीं. रही-सही कसर दुकानदारों के अतिक्रमण ने पूरी कर दी है. सामने से एक आटो आ जाए और दूसरी ओर से बाइक तो बाजार में जाम लग जाता है. बिजली के नंगे तार भी बड़ी समस्या हैं. ग्रेटर कैलाश की समस्याओं के बारे में यह कहना है खिड़की एक्सटेंशन के रहने वाले मुशीर अली का.


बताया कि मुनक नहर की फेंसिंग और पुल का निर्माण, डार्क स्पॉट, स्नैचिंग, लूटपाट और गाड़ियों की चोरी भी यहां बहुत होती है. इलाके में कई जगह बस स्टॉप बने हुए हैं, लेकिन शोपीस के तौर पर. इतना बड़ा पॉश एरिया होने के बाद भी यहां बसें नहीं चलती हैं. जब ट्रांसपोर्ट विभाग के मन में आती है तो बसें चालू हो जाती हैं और उसी की मर्जी से बंद भी हो जाती हैं. जिसके चलते ऑटो वाले मुंह मांगे दाम वसूलते हैं.

सियासी नजर में गेटर कैलाश: ग्रेटर कैलाश विधानसभा नई दिल्ली लोकसभा सीट के अंतर्गत आती है. यहां कुल वोटर्स की संख्या 1,79,2227 है. जिसमे पुरुष वोटर्स 95,877 और महिला वोटर्स की संख्या 83,350 है. यह दिल्ली के पॉश इलाकों वाली सीट है. कई अर्बन विलेज भी इस विधानसभा का हिस्सा हैं. खिड़की एक्सटेंशन, जमरूदपुर, संत नगर, कैलाश कॉलोनी और कालकाजी डीडीए फ्लैट्स का भी कुछ हिस्सा इस सीट के अंतर्गत आता है.

लगातार दूसरी जीत, वोट भी बढ़े: साल 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने ग्रेटर कैलाश विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी. साल 2015 के चुनाव में भी वह लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए. 2015 के विधानसभा चुनाव में सौरभ भारद्वाज को 57589 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी उम्मीदवार राकेश कुमार गुल्लैया को 43006 वोट. वहीं कांग्रेस की शर्मिष्ठ मुखर्जी को मात्र 6 हजार 102 वोट मिले थे. 2008 के पहले विधानसभा चुनावों में बीजेपी के विजय कुमार मल्होत्रा विधायक चुने गए थे. 2019 में हुए लोकसभा चुनावों में दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की थी और वोट प्रतिशत के लिहाज से कांग्रेस दूसरे नंबर पर पहुंच गई थी. आम आदमी पार्टी तीसरे नंबर पर खिसक गई थी.

Tuesday, January 21, 2020

मालवीय नगर विधानसभा: हौजरानी को कोई नेता नही सजा पाया रानी की तरह

नई दिल्ली. कहा जाता है कि मालवीय नगर (Malviya nagar) का नाम बनारस हिंदू विश्‍वविद्यालय (BHU) के संस्थापक महामना मदन मोहन मालवीय (Madan mohan malviya) के नाम पर रखा गया है. 1977 में बनी इस विधानसभा में पाकिस्तान (Pakistan) से 1950 में आए रिफ्यूजी (Refugee) भी रहते हैं. पास में ही आईआईटी (IIT) है. इसी इलाके में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) का ट्रेनिंग सेंटर भी है, जहां जवानों को ट्रेनिंग दी जाती है. जनता पार्टी के हंसराज यहां पहली बार विधायक बने थे. लेकिन मौजूदा विधायक आम आदमी पार्टी (AAP) के सोमनाथ भारती हैं. 2015 के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की उम्मीदवार दूसरे नंबर पर रहीं थी. दावा तो यह किया जाता है कि मालवीय नगर विधानसभा (Malviya nagar constituency) साउथ दिल्ली (South Delhi) का पॉश इलाका माना जाता है. लेकिन इसके उलट यह क्षेत्र अतिकमण (Encroachment), सीवर और पीने के पानी की समस्याओं से परेशान रहता है.

साउथ दिल्ली का मालवीय नगर के हौजरानी, जहाँपनाह और खिड़की एक्सटेंशन रोड पर दुकानों के अवैध कब्ज़ों ओर रेहड़ी ठेलों से पूरा रोड इतना जाम रहता है की आपात स्थिति में आवगमन मुश्किल हो जाता है. होटल, ढाबे, फैक्ट्री और छोटी-छोटी गालियो की वजह से एम्बुलेंस व फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आसानी से अंदर तक नहीं आ सकती हैं. इस परेशानी को बयां करते हुए हौजरानी के रहने वाले वली सैफी बताते हैं कि पिछले दिनों हमारी गली के एक लाइट पोल में आग लग गई. लेकिन संकरा रास्ता होने की वजह से फायर बिग्रेड की गाड़ी कॉलोनी में नहीं आ सकी. किसी तरह से स्थानीय निवासियों ने ही ख़ुद रेत-मिट्टी डाल कर आग बुझाई. फायर ब्रिगेड की गाड़ी मेन रोड से ही वापस चली गयी. हौजरानी इलाका फायर एक्सीडेंट जैसी आपदा के लिए बिलकुल भी तैयार नहीं है.

विधानसभा में अभी भी पीने के पानी की समस्या है. झुग्गी-झोपड़ी कैंप में जरूरत के हिसाब से काम नहीं कराए गए. कई गली और रोड अभी भी ऐसी हैं जहां सीसीटीवी तो दूर स्ट्रीट लाइट भी नहीं लगी हैं. अतिक्रमण के चलते मेट्रो स्टेशन तक जाने का रास्ता बंद हो जाता है. स्टेशन से चंद कदमों की दूरी पर ही फैंसी और मिट्टी के आइटम बेचने वाले दुकानदारों ने पूरी फुटपाथ को घेर लिया है. फुटपाथ पर चलना तो दूर उसके ऊपर चढ़ नहीं सकते हैं. यह कहना है मालवीय नगर के रहने वाले आलम का. बताते हैं कि मालवीय नगर हौजरानी, जहाँपनाह में चर्च के सामने वाली गली में  दिल्ली जल बोर्ड ने सीवर लाइन के लिए गली खोदी मगर दोबारा बनाना ही भूल गया. बारिश का पानी गली में जमा हो जाता है. हौजरानी और खिड़की एक्सटेंशन इलाके में सीवर उफनने की गंभीर समस्या है. गलियों और सर्विस रोड पर 24 घंटे सीवर उफनता रहता है. उसी के बीच से होकर बच्चे स्कूल आते-जाते हैं.

सियासी नज़र से मालवीय नगर विधानसभा: राजनीति के जानकारों की मानें तो मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 1.39 लाख है. इसमे महिला मतदाताओं की संख्या 63 हजार है और पुरुष मतदाता की संख्या 76 हजार है. लेकिन साल 2015 के चर्चित दिल्ली विधानसभा चुनाव में यहां 66.55 प्रतिशत वोट पड़े थे. चुनाव में अरविंद केजरीवाल की आप  पार्टी  ने सबको चौंकाते हुए 54.3 फीसदी वोट हासिल कर जीत दर्ज कराई थी. मत प्रतिशत के मामले में बीजेपी 32.3 फीसदी वोट लेकर दूसरे नंबर पर रही थी. वहीं कांग्रेस का वोट शेयर 9.7 फीसदी रहा था.

2019 में बीजेपी ने कायम किया दबदबा: विधानसभा चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करने वाली आप को 2019 के लोकसभा चुनाव में सिर्फ 18.1 फीसदी वोट मिले थे. जबकि दूसरे नंबर पर रहने वाली बीजेपी ने 56.5 फीसदी वोट हासिल कर जीत दर्ज कराई थी. वहीं कांग्रेस ने आप से ज्यादा वोट हासिल कर 22.5 फीसदी वोट जुटाए थे. हालांकि सियासत के जानकार मानते हैं कि विधानसभा में मिले वोट लोकसभा में मिले वोटों के सियासी मायने अलग होते हैं.

मानवीय नगर में विकास कार्यों का दावा: मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र को 35 मोहल्ला सभा में बांटा और हर रोज एक मोहल्ला सभा की मीटिंग की. क्षेत्र के हर परिवार के एक सदस्य को वाट्सएप ग्रुप से जोड़कर 24 घंटे परेशानियां सुनी. जाम और अतिक्रमण की समस्या से निजात दिलाई. विधानसभा में 13 मोहल्ला क्लीनिक खुलवाए. जगह-जगह 9 फुट ओवर ब्रिज बनवाए. 37 किलोमीटर लंबी पानी व सीवर की लाइन डलवाई. 42 ट्यूबवेल लगवाए और आठ चौपाल व कम्युनिटी सेंटर बनवाए. विधानसभा में आने वाले पार्को की बाउंड्री कराई और शौचालय बनवाए. हाइड्रोलिक मॉडलिंग प्रोजेक्ट शुरू कराकर तीसरी मंजिल तक पानी पहुंचाया. दो हजार सीसीटीवी कैमरे लगवाए और 2800 स्ट्रीट लाइट लगवाई गईं.

यह हैं मानवीय नगर विधानसभा के इलाके: मालवीय नगर के कई इलाकों मसलन, हौज रानी, कुम्हार बस्ती, के ब्लॉक ग्रीन पार्क एक्सटेंशन, बेगमपुर, ब्राह्मण बस्ती, कृष्णा नगर, बी-4 सफदरजंग एन्क्लेव आदि.

Monday, January 20, 2020

मुस्लिम बहुल ओखला में समस्याएं हजार?

नई दिल्ली. ओखला विधानसभा (Okhla constituency) क्षेत्र की पहचान एक औद्योगिक क्षेत्र की है. ओखला नाम से ही यहां एक बड़ी फल-सब्जी मंडी है. लेकिन बीते कुछ वक्त से अब इस क्षेत्र की एक सियासी पहचान भी उभरकर सामने आई है. देश की नामचीन जामिया मिल्लिया इस्‍लामिया यूनिवर्सिटी (Jamia millia islamia university) भी यहीं पर है. यहां जमात-ए-इस्लामी (Jamaat-e-islami) से लेकर मुस्लिम पर्सनस लॉ बोर्ड (Muslim personal law board) और दर्जनों ऐसे संगठनों के दफ्तर भी हैं जो मुसलमानों की नुमाइंदगी करते हैं. इस सीट पर 1977 से 2015 तक 9 बार चुनाव हुए हैं, जिसमें लगातार सात बार मुस्लिम उम्मीदवार जीते हैं. जाहिर है कि इस विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम वोटरों का दबदबा है.

क्षेत्र में कुछ काम हुए हैं लेकिन समस्याएं तो कभी खत्म होने का नाम नहीं लेतीं. सरकार और स्थानीय विधायक दोनों के काम क्षेत्र का सियासी मिजाज तय करते हैं. इसलिए लोग यहां के विकास पर मिली जुली प्रतिक्रिया दे रहे हैं. यहां के बाशिंदे शहज़ाद अली कहते हैं कि शाहीन बाग ठोकर नंबर 9 से लेकर जामिया नगर थाने तक की सड़क का बजट आया लेकिन सड़क नहीं बनी. अबुल फजल, बटला हाउस हो या जामिया नगर आप कहीं भी घूम लिजिए सड़क आपको टूटी हुई ही नज़र आएगी. टूटी सड़क आज अबुल फजल क्षेत्र की पहचान बन चुकी है. कार-बाइक से जब यहां से गुजरो तो ऐसा लगता है कि जैसे हम ऊंट की सवारी कर रहे हैं.

अनवार सिद्दीकी दिल्ली हाईकोर्ट में एडवोकेट हैं. वो कहते हैं कि ओखला में बच्चे खेलने के लिए कहां जाएं? ओखला में आप कहीं भी निगाह दौड़ाइए कहीं भी आपको बच्चों के लिए खेलने के लिए एक भी मैदान नहीं दिखाई देगा. मजबूर बच्चों ने कूड़ा घरों के आसपास ही छोटी-छोटी जगहों को अपने खेलने का मैदान बना लिया है. जबकि क्षेत्र में यूपी के सिंचाई विभाग की अच्छी खासी ज़मीन है जिसे नियमानुसार अधिग्रहित किया जा सकता है. दूसरी ओर ओखला में कूड़े से बिजली बनाने का एक प्लांट नियमों को ताक पर रखकर आबादी के बीच में चल रहा है. जिसके चलते अंडर ग्राउंड वाटर खराब हो चुका है. हवा के साथ आ रही बदबू से जीना मुहाल है. प्रदुषण के चलते कभी भी कोई गंभीर बीमारी फैल सकती है.

चर्चा में रहे हैं यहां के विधायक ओखला 1977 में विधानसभा बना. इस सीट पर मौजूदा विधायक आम आदमी पार्टी (आप) के अमानतुल्लाह खान हैं. वो किसी न किसी बात को लेकर चर्चा में रहे हैं. यहां के पहले विधायक जनता पार्टी के ललित मोहन गौतम बने थे. जाकिर नगर, अबुल फजल, शाहीन बाग, बटला हाऊस, मदनपुर खादर, जसोला, खिजराबाद, आली गाँव, तैमूर नगर और भरत नगर आदि इस विधानसभा के क्षेत्र हैं.

ओखला का वोट गणित : 2015 के विधानसभा चुनाव में आप के अमानतुल्लाह खान ने 64 हजार से भी ज्यादा वोट से बीजेपी के ब्रह्रम सिंह को हराया था. यहां वोटरों की संख्या करीब 2.9 लाख है. पिछले चुनाव में करीब 60 प्रतिशत वोटिंग हुई थी. ओखला विधानसभा लोकसभा की पूर्वी दिल्ली सीट के तहत आती है. 2019 के लोकसभा चुनावों पर नज़र डालें तो ओखला सीट एरिया से कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली को 60,000 से ज्यादा वोट मिले थे जबकि आप की उम्मीदवार आतिशी को 43,000 से अधिक वोट मिले. बीजेपी उम्मीदवार गौतम गंभीर को 35,000 से अधिक वोट मिले थे. लेकिन ये विधानसभा चुनाव है. इसमें खेल के नियम बदल  जाते हैं.अबुल फजल की टूटी सड़कें, कब खत्म होगी यह पहचान.










Saturday, January 18, 2020

सोमनाथ भारती ने किया नामांकन

मालवीय नगर से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी व वर्तमान विधायक सोमनाथ भारती ने भी शनिवार को नामांकन किया। शनिवार सुबह सबसे पहले उन्होंने मां का आशीर्वाद लिया। इसके बाद मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र में आने वाले मंदिर में गए और पूजा की। यहां से वह मस्जिद में पहुंचे और जीत की दुआ मांगी। इसके बाद गुरुद्वारे में मत्था टेका और चर्च में प्रार्थना की। फिर क्षेत्र के बुजुर्गो का आशीर्वाद लेकर वे बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ एसडीएम कार्यालय में पहुंचे और उन्होंने नामांकन पत्र दाखिल किया।

Tuesday, January 7, 2020

मालवीय नगर विधायक सोमनाथ भारती का रिपोर्ट कार्ड

वर्ष-2013 में विधानसभा चुनाव में मालवीय नगर सीट से आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर सोमनाथ भारती पहली बार विधायक और दिल्ली सरकार में कानून मंत्री बने। वर्ष 2015 में वे दूसरी बार विधायक बने। वे पेशे से अधिवक्ता हैं। उनके परिवार में माता के अलावा पत्नी, एक बेटा व एक बेटी है। सोमनाथ भारती आम आदमी पार्टी के पुराने प्रमुख नेताओं में शुमार हैं। उपलब्धियां # पूरे मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र को 35 मोहल्ला सभा में बांटा और प्रतिदिन एक मोहल्ला सभा की मीटिंग की, क्षेत्र के हर परिवार के एक सदस्य को वाट्सएप ग्रुप से जोड़कर 24 घंटे उपलब्धता सुनिश्चित कराई। जाम व अतिक्रमण की समस्या से निजात दिलाई व 13 मोहल्ला क्लीनिक खुलवाए। नौ एफओबी बनवाए व 37 किलोमीटर लंबी पानी व सीवर की लाइन डलवाई। 42 ट्यूबवेल लगवाए व आठ चौपाल व कम्युनिटी सेंटर बनवाए। पार्को की बाउंड्री कराई व शौचालय बनाए, हाइड्रोलिक मॉडलिंग प्रोजेक्ट शुरू कराकर तीसरी मंजिल तक पानी पहुंचाया। पूरे क्षेत्र में 24 घंटे पानी मुहैया कराकर समस्या का समाधान करवाया। दो हजार सीसीटीवी कैमरे लगवाए व 2800 स्ट्रीट लाइट और 100 जगह वाइ-फाइ लगाने का काम जोरों पर चल रहा है।
सोमनाथ भारती # उम्र: 45 ’ शिक्षा: आइआइटी दिल्ली से इंजीनियरिंग व एलएलबी, विधानसभा क्षेत्र: मालवीय नगर 43 ’ राजनीतिक दल: आप, विधानसभा क्षेत्र में पोलिंग स्टेशन की संख्या- 139, कुल मतदाता 1,50974 ’ पुरुष मतदाता 81586, महिला मतदाता 69,386 ’ अन्य-2 (20 दिसंबर 2019 तक के आंकड़े) क्षेत्र के बारे में विधायक को हो पूरी जानकारी, लोगों के बीच रहें हमारे विधायक, जनता की समस्याओं का निपटारा तुरंत विधायक को करवाना चाहिए, विकास कार्यो में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं होना चाहिए। हौजरानी जहाँपनाह की चर्च के सामने वाली गली की हालत बद से बदतर, सड़क खराब, आजतक बनी नहीँ, हज़ारों आश्वासन, कोई सुनवाई नही, CR@वलीसैफी
वर्ष-2015 में मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ीं और दूसरे नंबर पर रही नंदिनी शर्मा ने विधायक सोमनाथ भारती के दावों को गलत बताते हुए खारिज कर दिया और कहा- क्षेत्र में पानी की भयंकर समस्या है। पॉश कॉलोनियों में भी 24 घंटे में सिर्फ एक बार पानी आता है। पूरे इलाके में दूषित जल की आपूर्ति से लोग परेशान हैं। मालवीय नगर में एक भी बस सेवा शुरू नहीं की गई। झुग्गी-झोपड़ी कैंप में कोई काम नहीं कराया गया। यहां के लोग मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। मालवीय नगर में मेट्रो का रास्ता नहीं खुलने से लोग परेशानी ङोल रहे हैं। पीडब्ल्यूडी की सड़क पर अंधेरा रहने के कारण लोगों को आवागमन में दिक्कत होती है।


हौजरानी प्रेस एन्क्लेव में बन सकता है फ्लाईओवर: 50 हजार से ज्यादा लोगों को जाम से मिलेगा छुटकारा

दिल्ली वालों को बड़ी राहत मिलने वाली है। साकेत मैक्स अस्पताल के बाहर पंडित त्रिलोक चंद शर्मा मार्ग पर लगने वाले जाम से जल्द मुक्ति मिलेगी। प...