नई दिल्ली: मालवीय नगर रेड लाइट पर 13 अप्रैल को साउथ एमसीडी के डॉक्टर जेपी यादव को टक्कर मारने के केस में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार गया है। इनके पास से वह कार भी बरामद कर ली गई है, जिससे डॉक्टर को टक्कर मारी गई थी। हिट एंड रन के इस मामले में डॉक्टर की मैक्स अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। वह महरौली स्थित डिस्पेंसरी से साइकल पर जीके-1 स्थित घर जा रहे थे। हालांकि गिरफ्तार किए तीनों आरोपियों को जमानत मिल गई। साउथ दिल्ली के डीसीपी अतुल ठाकुर ने बताया कि आरोपियों में 37 साल का विजय, अजय और संदीप पाल सिंह हैं। तीनों मंडावली के रहने वाले हैं। दोस्त हैं। घटनावाले दिन कार विजय चला रहा था। तीनों ने अपना गुनाह कबूल किया है। पुलिस ने उनके पास से कार बरामद कर ली है। आरोपियों को साकेत थाने के एसएचओ केशव और हौजखास एसीपी रजनीश की टीम ने पकड़ा है। पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी विजय, मंडावली इलाके में ही एक कार शोरूम में मैकेनिक है। संदीप कारों की सेल-परचेज का और अजय भी संदीप के साथ ही पुरानी कारों की खरीद-बिक्री का काम करता है। आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि उस दिन तीनों घर से वसंतकुंज स्थित आईएलबीएस अस्पताल जा रहे थे। वहां उनके एक दोस्त को खून की जरूरत थी। अरबिंदो मार्ग, मालवीय नगर रेड लाइट पर उनके साथ यह घटना हो गई। आरोपियों के मुताबिक, वे घटनास्थल से कुछ दूर रुके भी थे, लेकिन अस्पताल जाने के लिए देर हो रही थी, इस वजह से वह आगे बढ़ गए। बाद में उन्हें पता लग गया था कि उस टक्कर में एक डॉक्टर की जान चली गई है। आरोपियों का कहना है कि वह डर गए थे, इसलिए सामने नहीं आए। पुलिस ने तफ्तीश करते हुए उन्हें ढूंढ निकाला। पुलिस ने लापरवाही से हुई मौत के साथ इस मामले में लॉकडाउन के दौरान बिना इजाजत बाहर घूमने के तहत भी मामला दर्ज किया है।
हत्यारों की तलाश में हरियाणा तक छानबीन करने गई पुलिस : 30 सीसीटीवी कैमरों और 11 कारों को चेक करने के बाद पकड़े गए आरोपी: डॉक्टर जेपी यादव की हत्या के केस में तीनों आरोपियों को पकड़वाने में लाडो सराय पेट्रोल पंप के पास लगा एक सीसीटीवी कैमरा काम आया। कैमरे में आरोपियों की कार का रजिस्ट्रेशन नंबर कैद हुआ। उसकी जांच करते हुए पुलिस आरोपियों के घर तक जा पहुंची। इससे पहले पुलिस ने 29 सीसीटीवी कैमरे और 11 कारों को चेक किया था। पुलिस को लाडो सराय पेट्रोल पंप के पास लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कार दिखाई दी। वह हरियाणा नंबर की गाड़ी थी। रजिस्ट्रेशन नंबर से पुलिस को पता लगा कि गाड़ी रोहतक के रहने वाले किसी सोनू के नाम थी। पुलिस टीम रोहतक जा पहुंची। सोनू ने पुलिस को बताया कि उसने अपनी कार सोनीपत में रहनेवाले दोस्त विकी को दी थी। पुलिस विकी तक पहुंची। विकी ने बताया कि उसने कार ईस्ट दिल्ली के शंकर मार्ग, मंडावली में रहने वाले दोस्त संदीप पाल सिंह को दी है। पुलिस मंडावली में संदीप के घर पहुंची। शुरुआत में संदीप ने पुलिस को सहयोग नहीं किया। सख्ती से पूछताछ में संदीप ने सच उगल दिया। उसने बताया कि हां, उस दिन एक्सीडेंट हुआ था। उस दिन वह तीन दोस्त कार में थे। कार विजय चला रहा था। उनसे एक्सिडेंट हुआ था। संदीप को पकड़ने के बाद पुलिस ने अजय ओर विजय को भी पकड़ लिया।
हत्यारों की तलाश में हरियाणा तक छानबीन करने गई पुलिस : 30 सीसीटीवी कैमरों और 11 कारों को चेक करने के बाद पकड़े गए आरोपी: डॉक्टर जेपी यादव की हत्या के केस में तीनों आरोपियों को पकड़वाने में लाडो सराय पेट्रोल पंप के पास लगा एक सीसीटीवी कैमरा काम आया। कैमरे में आरोपियों की कार का रजिस्ट्रेशन नंबर कैद हुआ। उसकी जांच करते हुए पुलिस आरोपियों के घर तक जा पहुंची। इससे पहले पुलिस ने 29 सीसीटीवी कैमरे और 11 कारों को चेक किया था। पुलिस को लाडो सराय पेट्रोल पंप के पास लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कार दिखाई दी। वह हरियाणा नंबर की गाड़ी थी। रजिस्ट्रेशन नंबर से पुलिस को पता लगा कि गाड़ी रोहतक के रहने वाले किसी सोनू के नाम थी। पुलिस टीम रोहतक जा पहुंची। सोनू ने पुलिस को बताया कि उसने अपनी कार सोनीपत में रहनेवाले दोस्त विकी को दी थी। पुलिस विकी तक पहुंची। विकी ने बताया कि उसने कार ईस्ट दिल्ली के शंकर मार्ग, मंडावली में रहने वाले दोस्त संदीप पाल सिंह को दी है। पुलिस मंडावली में संदीप के घर पहुंची। शुरुआत में संदीप ने पुलिस को सहयोग नहीं किया। सख्ती से पूछताछ में संदीप ने सच उगल दिया। उसने बताया कि हां, उस दिन एक्सीडेंट हुआ था। उस दिन वह तीन दोस्त कार में थे। कार विजय चला रहा था। उनसे एक्सिडेंट हुआ था। संदीप को पकड़ने के बाद पुलिस ने अजय ओर विजय को भी पकड़ लिया।
No comments:
Post a Comment